पैसा हाथ का मैल है। आता है चला जाता है। ये कहावत भी है पैसों के बारे में। इसे रोककर रखना बहुत ही मुश्किल है। ये किसी न किसी बहाने आपके पास से चला जाएगा।
यदि आपके पास कम पैसा है तो भी काम चल जाता है और ज्यादा पैसा है तो भी खर्च हो जाता है। काम कम में भी हो सकता है और ज्यादा भी कम पर सकता है। यदि सही ढंग से मूल्यांकन करके खर्च किया जाए तो उसमें कुछ पैसा बच भी जाएगा। अतः खर्च करने से पहले उसका बजट बनाए और खर्च करे। आप अपने किसी भी आवश्यक चीजों पर कटौती नहीं करे। किसी भी फिजूल की चीज जिसे आपकी जरूरत नहीं है उनसे पैसा व्यर्थ न करे।
वारेन बफेट का जन्म 30 अगस्त 1930 को ओमाहा US में हुआ था।
ये एक अमेरिकी नागरिक और परोपकारी व्यक्ति है। इन्हें शेयर बाजार की दुनिया के सबसे बड़े निवेशक में से एक मन जाता है। फरबरी 2008 तक इनके पास 62 अरब अमेरिकी डॉलर कुल संपत्ति के कारण इन्हें फोर्ब्स द्वारा दुनिया के सबसे अमीर आदमी आंका गया था।
इन्हें ओमाहा का ओरेकल कहा जाता है। अथाह संपति के के मालिक के बाबजूद इन्हें वैल्यू इन्वेस्टिंग के सिद्धान्त और मितव्ययता के कारण जाना जाता है। 2007 में इन्हें टाइम्स द्वारा दुनिया के सबसे 100 प्रभाशाली व्यक्ति में रखा गया था।
वारेन बफेट सन 1943 में 13 वर्ष की उम्र में अपना पहला आयकर भरे थे। अभी इनका उम्र 93 साल है। 11 वर्ष की उम्र में ये पहला शेयर खरीदे थे। आज इनका नेटवर्थ 9.89 लाख करोड़ रुपया है।
फोर्स रियल टाइम बिलेनियर के अनुसार अभी ये दुनिया के पांचवे सबसे अमीर आदमी है।
वारेन बफेट के पास आज इतना केवल डिविडेंड का अमाउंट उनके बैंक अकाउंट ने आता है उसका कोई लिमिट नहीं है। उन्होंने अपने काम उमर में ही इतने पैसे का पेड़ रोप दिए थे कि उसका फल अभी तक खा रहे है। और जीवन भर खाते रहेंगे। उनकी बाकी की कहानी किसी और पोस्ट में लिखूंगा।
अक्सर बच्चे अपने मां बाप से किसी भी कारण पैसा मांगते है तो मां बाप को लगता है कि उचित है तो ठीक है नहीं तो सभी का जवाब होता है कि मैने पैसों का पेड़ नहीं लगा रखा है। जहां से तोड़ो और लाकर दे दे। पर ये पुरानी बात हो गई है। पहले भी जानकार लोग पैसों का पेड़ लगाते थे और आज भी लोग जो जानकार है पैसों का पेड़ लगाते है। तरीका अलग अलग हो सकता है पर नियम एक ही है
एक कहावत है रोप पेड़ बबूल का तो आम कहा से होए। यदि आप बबूल का पेड़ लगाएंगे तो आपको बबूल का कांटा मिलेगा और यदि आप आम का पेड़ लगाएंगे तो मीठे आम खाने को मिलेगा।
जैसे किसान अपनी कृषि का का काम जमीन पर करता है। किसान सभी फसल का जानकार नहीं होता है। जिस फसल को किसान बोता है उसके बारे में अपने बचपन से देखता है और उसके बारे में जानकारी रखता है और वो फसल बो कर अपना जीवकोपार्जन करता है। धीरे धीरे वो लगभग सभी फसल के बारे में जानकारी हासिल करके उसमें महारत हासिल करता है। फिर उसकी ये दिनचर्या बन जाता है।
पैसों के पेड़ की खेती अलग तरह से होता है। इसमें जमीन या खेती की जरूरत नहीं होती है। इसकी सोच और परिकल्पना अलग होता है। जब इसका पेड़ लग जाता है तो सिर्फ फल खाते रहे। जब तक कि आप पेड़ को काट न दे। इसकी भी खेती अलग अलग तरह की होती है। अलग अलग पैसों की पेड़ लगाने के लिए अलग अलग ज्ञान की जानकारी हासिल करना होगा। अलग अलग तरह का पैसों का पेड़ रोपना होगा। जैसे जैसे आप पेड़ रुपए जाएंगे वैसे वैसे आपको इसका फल प्राप्त होना शुरू हो जाएगा और निरंतर जारी रहेगा।
वारेन बफेट कहते है कि पहले आप अपना सेविंग प्लान कीजिए। सेविंग पालन करने के बाद जो पैसा बचाता है उसका आप खर्च कीजिए। पर आमतौर पर लोग पहले खर्च कर देते और जो बचता है वो उनका सेविंग होता है। इसमें निरंतता नहीं रहता है। आप अलग रास्ते पर चलना शुरू कर देंगे। अतः आप अपना सेविंग प्लान करके खर्च करे।
आप अपने युवा अवस्था में जितना मेहनत करके पैसा कमाएंगे और सेविंग करेंगे आगे चलकर आपका पैसा उतना ही आराम देगा आपको।
आप अपने सेविंग को काम पर लगाए। समाज में ऐसी अवधारणा है कि पैसा कमाओ पर सिर्फ पैसा कमाने से नहीं होता है। कमाए हुए पैसे को कम पर लगाए। उसे अपना बेहतरीन कर्मचारी की तरह काम पर लगाए। वो जिंदगी भर आपके लिए काम करता रहेगा।
अब सवाल ये है कि पैसा बनाया कैसे जाए। ये आपके योग्यता पर निर्भर करता है कि आप अपना सर्विस या स्किल का उपयोग कैसे करते है। इसका उत्तर है इन्वेस्टमेंट। पैसा तो नॉन लिविंग है ये 24 hour काम करता रहेगा। हमलोग की तरह थकेगा नहीं और हमेशा काम करता रहेगा।
अब आगे चलते है पैसों के पेड़ रोपने की तरफ।
सबसे सुरक्षित और अच्छा विकल्प है जमीन खरीदकर मकान बनाकर उससे किराया प्राप्त करना। पर इसमें दिक्कत ये है कि इसमें बहुत सारे पैसों की जरूरत होती है। जो युवा के लिए ठीक नहीं है। आप रेंटल इनकम बना लेते है तो समझे आप बहुत बड़ा पैसों का पेड़ रोप दिए। अब आप जीवन भर इस पेड़ का फल खाते रहिए। कम से कम एक पेड़ तो मनुष्य को जरूर लगाना चाहिए। आपका कमाया हुआ पैसा एक कर्मचारी की तरह जीवन भर पैसा कमा कर लाता रहेगा। आपका पैसा काम पर लग गया। जो बिना थके निरंतर आपके लिए काम करता रहेगा।
कमेंट में जरूर बताए कि आपके पास रेंटल इनकम बाला कितने पेड़ है।
दूसरा सबसे अच्छा विकल्प है बैंक में फिक्सिंग डिपोजिट। आप अपने सेविंग का कुछ भाग पर महीने फिक्सिंग डिपोजिट करते रहिए। आप अपनी क्षमता के अनुसार। आठ से दस साल तक लगातार करते रहे फिक्स्ड डिपॉजिट। दस सालों में आप लगभग इस तरह का 120 पेड़ लगा चुके होंगे। ये प्रत्येक पेड़ आपके लिए प्रत्येक महीने आपको बिना रुके फल देता रहेगा। एक दिन एसा होगा कि आप इसका फल खाते खाते थक जाएंगे और फिर इस फल को कही और काम पर लगाएंगे।
आपका कमाया हुआ पैसा अब ये 120 कर्मचारी की तरह काम पर लग गया है। बिना रुके आपके लिए काम करता रहेगा और आप आराम करते रहेंगे।
कमेंट में जरूर बताए कि आपके पास इस तरह के कितने पेड़ है।
अभी तक हमलोग सुरक्षित पेड़ लगाने पर चर्चा कर रहे थे। अब रिस्क बेस पर चर्चा करते है।
आप जो फिक्स्ड डिपॉजिट प्रत्येक महीने बना रहे है उसका आप म्युचुअल फंड में लगाना शुरू करे। कौन सा म्युचुअल फंड में लगाना है वो आप अपनी विवेक से चुने। इसके लिए आप अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लेकर ही निवेश करे।
म्युचुअल फंड का भी कई सारे पेड़ लगाए और इसे भी 15 से बीस साल तक चलने दे। आपका अब कमाया पैसा दुगनी शक्ति से काम करना शुरू कर दिया है। पहले तो फिक्स्ड डिपॉजिट से और अब म्युचुअल फंड से। यानी एक की पेड़ से कई तरह का फल प्राप्त होना शुरु हो गया है।
कमेंट में जरूर बताए कि अपने इस तरह के कितने पेड़ लगाए है।
अब और ही रिस्क बेस पैसों की पेड़ की तरफ चलते है। जो बहुत ही ज्यादा रिस्की है।
शेयर बाजार में निवेश। जैसा कि आप लोग जानते है कि शेयर बाजार बहुत ही रिस्की है। पर लंबे समय तक यहां भी बने रहे तो यह भी फायदा होता है। बहुत सा शेयर ग्रोथ के साथ डिविडेंड भी एक निश्चित समय पर देता रहता है। आप अपने रिस्क पर यहां भी प्रत्येक महीने अपनी क्षमता के अनुसार पैसों का पेड़ लगा सकता है। एक से शुरू करके दस हजार विस हजार पैसों का पेड़ लगा दे। इसका भी फल लाभांश के रूप में एक अंतराल पर मिलता रहेगा और आपका पैसा भी ग्रोथ करता रहेगा।
कमेंट में जरूर बताए कि इस तरह का आपके पास कितने पेड़ है।
उपरोक्त बताएं हुए टिप्स से अब आप अपनी क्षमता से चाहे जितना पैसे का पेड़ लगाते रहे और अपना जीवन सुरक्षित और खुशहाल बनाते रहे। ये सिर्फ मेरी सोच है। आप कोई भी आर्थिक काम अपने विवेक और समझदारी से करे।
धन्यवाद।
कमेंट जरूर करे।
